माँ ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति माँ ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति
रंगमंच में सर्वोत्तम बनाता किरदार ही। रंगमंच में सर्वोत्तम बनाता किरदार ही।
उम्मीदों का बोझ नहीं ढोती, हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देती हूँ। उम्मीदों का बोझ नहीं ढोती, हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देती हूँ।
सुन लो गाथा मेरे भारतवर्ष की, ऐतिहासिक स्वर्णिम स्पर्श की। सुन लो गाथा मेरे भारतवर्ष की, ऐतिहासिक स्वर्णिम स्पर्श की।
दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़... दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़...
वक़्त में जो पीछे हट जाए हरदम, वह कभी दोस्त नहीं कहलाते। वक़्त में जो पीछे हट जाए हरदम, वह कभी दोस्त नहीं कहलाते।